अधिक सोने के 8 नुकसान – Jyada Sone Ke Nuksan

नींद (Sleep) हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। एक आम सामान्य व्यक्ति को अपने अच्छे स्वास्थ (Health) के लिए दिन मे 6 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरुरी है। कुछ लोग इससे कम सोकर भी तरोताज़ा रहते हैं, जैसे कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, नींद कम लेना या जरुरत से ज्यादा सोना (Oversleeping) दोनो ही सेहत के लिए बहुत ज्यादा नुकसान दायक हानिकारक माना गया है।

मोटापा और वजन लगातार बढ़ना

वजन बढ़ने और ज्यादा सोने का सीधा सीधा सम्बन्ध है, सोते समय हमारी सभी उपापचय क्रियाएँ (Metabolism) धीमी पड़ जाती है, सोने में शरीर की बहुत कम ऊर्जा खर्च होती है, जिससे कम कैलोरीज बर्न होती है, फलतः अनावश्यक Fat शरीर में बढ़ने लगता है।

अधिक सोना मतलब जल्दी मृत्यु

एक आश्चर्यजनक तथ्य यह पाया गया कि ज्यादा सोने वालों की मृत्यु अपेक्षाकृत जल्दी होती है, तो ये वहम आप मन से निकाल दें कि – ज्यादा सोने से लोग लम्बी उम्र पा सकते हैं, लम्बी उम्र पाने वाले दुनिया के कई बुजुर्गों ने अपनी लम्बी उम्र का राज सक्रिय और संतुलित जीवन बताया है।

शरीर का सिस्टम डिस्टर्ब

अनावश्यक सोना हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक की प्रणाली को असंतुलित करता है, जिसके दुष्परिणाम आलस बना रहना, सुस्ती, मूड खराब होना, सरदर्द, पीठदर्द, थका-थका सा अनुभव करने के रूप में सामने आते हैं।

शरीर में आलस बना रहना

ज्यादा सोने का एक सबसे बड़ा नुकसान ये है कि – व्यक्ति के शरीर में अनावश्यक आलस बना रहता है। आइए ज्यादा सोने से होने वाली अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानिए।

दिमाग पर बुरा असर पड़ता है

वैज्ञानिकों ने एक स्टडी में पाया कि आवश्यकता से अधिक सोने वाले लोगो (Jyada Sone Ke Nuksan) में टेंशन, डिप्रेशन का शिकार होने की सम्भावना अधिक होती है, 9 घंटे से ज्यादा सोने से दिमाग की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है, दिमाग सुस्त होने लगता है, अच्छे मानसिक स्वास्थ्य (Mental health)  के लिए थकान लगने पर सोना चाहिए और अनावश्यक सोने, आलस करने से बचना चाहिए।

बीमारियों को निमंत्रण – Jyada Sone Ke Nuksan

ज्यादा सोना शरीर में ब्लड-शुगर लेवल को असंतुलित करता है, जिससे Type 2 Diabetes बीमारी हो सकती है. अधिक सोने वाले व्यक्ति हृदय की बीमारी जैसे कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट स्ट्रोक, एनजाइना का भी शिकार हो सकते हैं.

फालतू के सपने आना

आयुर्वेद के अनुसार किसी भी नियम, वस्तु का असंतुलित पालन, उपयोग बीमारी को आमंत्रण देता है। अनावश्यक सोने से सपने भी अधिक आते हैं, और सपने आना (Dreams) अच्छी नींद का लक्षण नहीं माना जाता अच्छी नींद का मतलब होता है कि – जब आँख खुले तो आप अपने आप को तरोताजा महसूस करें।

कम सोने की आदत कैसे बनाए – Jyada Sone Ke Nuksan

  • खाना किसी भी समय पर ना खाये आपके निर्धारित समय पर ही खाएं।
  • रात के समय अधिक भारी भोजन ना करे।
  • प्रतिदिन कुछ समय निकालकर व्यायाम करें ।
  • एकदम खाना खाकर न सोये, सोने और भोजन के बीच में अन्तराल रखे ।
  • दिन में जितना ही सके पानी पिये ।
  • गहरी सांस लेने वाले योग, व्यायाम नियमित करें।

अधिकतर लोग आदतवश ज्यादा सोते (Oversleeping) हैं, जिसे 15-20 दिन में धीरे-धीरे कम करते हुए सामान्य, स्वस्थ नींद के स्तर पर लाया जा सकता है ।


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